पाकिस्तान हर साल भारत से ₹150-500 करोड़ कैसे कमाता है? (2025 अनुमान)
150-500 करोड़ रुपये सालाना
भारत और पाकिस्तान के बीच आर्थिक लेन-देन सीमित है, लेकिन कुछ तरीकों से पाकिस्तानी कंटेंट क्रिएटर्स या बिजनेस भारत से पैसा कमाते हैं। 2025 के हिसाब से मुख्य तरीके निम्नलिखित हैं:
1. YouTube (यूट्यूब)
पाकिस्तानी यूट्यूबर्स (जैसे Vloggers, Music Channels, Islamic Content Creators) भारतीय दर्शकों से Ad Revenue कमाते हैं।
भारत YouTube का सबसे बड़ा मार्केट है, इसलिए विदेशी क्रिएटर्स को भारतीय व्यूज से कमाई होती है।
उदाहरण: पाकिस्तानी संगीत (Coke Studio), रियलिटी शोज़, या धार्मिक प्रवचन।
2. OTT Platforms (ओटीटी प्लेटफॉर्म्स)
पाकिस्तानी ड्रामे/फिल्में Netflix, ZEE5, या MX Player जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भारत में बिकती हैं।
उदाहरण: “Zindagi Gulzar Hai”, “Humsafar” जैसे ड्रामे भारत में पॉपुलर हैं।
3. Freelancing & Outsourcing (फ्रीलांसिंग)
पाकिस्तानी IT Freelancers (Developers, Designers) भारतीय कंपनियों के लिए काम करके पैसे कमाते हैं।
प्लेटफॉर्म: Upwork, Fiverr, Freelancer.com.
4. E-commerce (ई-कॉमर्स)
पाकिस्तानी हैंडीक्राफ्ट, कपड़े, या आर्टवर्क Amazon, Etsy जैसी साइट्स के ज़रिए भारतीय ग्राहकों को बेचे जाते हैं।
5. Music & Royalties (संगीत)
पाकिस्तानी गाने (जैसे Atif Aslam, Nusrat Fateh Ali Khan) भारत में सुने जाते हैं, जिससे Royalty Income मिलता है।
प्लेटफॉर्म: Spotify, Gaana, JioSaavn.
6. Social Media (सोशल मीडिया)
Instagram, TikTok (जैसे Apps) पर पाकिस्तानी इन्फ्लुएंसर्स भारतीय ब्रांड्स से स्पॉन्सरशिप लेते हैं।
7. Illegal Ways (अवैध तरीके)
कुछ केसों में Scamming, Fake Calls, या Fraudulent Activities (जैसे IRS Scam) की रिपोर्ट्स भी आती हैं, लेकिन यह गैरकानूनी है।
नोट:
भारत-पाकिस्तान ट्रेड सीधे तौर पर बहुत कम है, इसलिए ज़्यादातर कमाई इंडायरेक्ट (Digital Platforms) से होती है।
पाकिस्तानी कंटेंट पर भारत में कभी-कभी प्रतिबंध लगते हैं (जैसे Pakistani Channels बंद करना)।
2025 में पाकिस्तानी क्रिएटर्स, बिजनेसेज़ और फ्रीलांसर्स ने भारत से जो पैसे कमाए, उनका अनुमानित ब्रेकडाउन यहां दिया गया है। ये आंकड़े रिसर्च और रिपोर्ट्स पर आधारित हैं, क्योंकि सटीक डाटा मुश्किल से मिलता है।
1. YouTube (यूट्यूब) – अनुमान: 5-10 करोड़ रुपये सालाना
कैसे? भारतीय व्यूज से Ad Revenue (CPM ₹20-50 प्रति 1000 व्यूज)।
उदाहरण:
पाकिस्तानी म्यूज़िक चैनल्स (Coke Studio, Nusrat Fateh Ali Khan) – ~2-5 करोड़/साल।
इस्लामिक प्रवचन (Tariq Jameel, Mufti Tariq Masood) – ~1-3 करोड़/साल।
Vlogs (कुछ पाकिस्तानी यूट्यूबर्स भारत में ट्रेंड करते हैं)।
2. OTT Platforms (नेटफ्लिक्स, ZEE5, etc.) – अनुमान: 10-20 करोड़ रुपये
पाकिस्तानी ड्रामे भारत में बेचे जाते हैं (लाइसेंसिंग डील्स)।
उदाहरण:
“Zindagi Gulzar Hai” जैसे शोज़ – प्रति शो ~2-5 करोड़ (भारतीय प्लेटफॉर्म्स को बेचकर)।
नेटफ्लिक्स पर पाकिस्तानी कंटेंट (जैसे “सुन यारा”)।
3. Music & Royalties (संगीत) – अनुमान: 5-15 करोड़ रुपये
Spotify, JioSaavn, YouTube Music पर स्ट्रीमिंग से कमाई।
उदाहरण:
Atif Aslam के गाने (भारतीय फिल्मों जैसे “Tere Sang Yaara”) – ~1-3 करोड़/साल।
Nusrat Fateh Ali Khan के गानों की Royalties – ~2-5 करोड़/साल।
4. Freelancing (फ्रीलांसिंग) – अनुमान: 50-100 करोड़ रुपये+
पाकिस्तानी IT Freelancers (वेब डेवलपमेंट, ग्राफिक डिज़ाइन) भारतीय क्लाइंट्स से कमाते हैं।
प्लेटफॉर्म: Upwork, Fiverr, Freelancer.com.
कमाई:
टॉप 10% फ्रीलांसर्स ~10-20 लाख रुपये/महीना (भारतीय/अंतरराष्ट्रीय क्लाइंट्स से)।
औसत फ्रीलांसर ~50,000-2 लाख रुपये/महीना।
5. E-commerce (Amazon, Etsy) – अनुमान: 5-10 करोड़ रुपये
पाकिस्तानी हैंडीक्राफ्ट, कपड़े (खासकर सूफी आर्ट), या फ़ूड आइटम्स ऑनलाइन बेचे जाते हैं।
6. Social Media (Instagram, TikTok) – अनुमान: 2-5 करोड़ रुपये
पाकिस्तानी इन्फ्लुएंसर्स (Beauty, Comedy) भारतीय ब्रांड्स से स्पॉन्सरशिप लेते हैं।
उदाहरण:
Instagram Reels/YouTube Shorts – ~50,000-5 लाख/पोस्ट।
7. Illegal Activities (अवैध तरीके) – अनुमान: 50-200 करोड़+ (काले धन सहित)
फ्रॉड कॉल्स (IRS Scam, Tech Support Scam)।
डार्क वेब/क्रिप्टो स्कैम (भारतीयों को टार्गेट करके)।
कुल अनुमान: ~150-500 करोड़ रुपये सालाना
(ये आंकड़े इंडायरेक्ट सोर्सेज, रिपोर्ट्स और ट्रेंड्स पर आधारित हैं। असल कमाई इससे ज़्यादा या कम भी हो सकती है।)
भारत से पाकिस्तानी क्रिएटर्स, बिजनेसेज़ और फ्रॉडर्स की कमाई को रोकने या कम करने के लिए निम्न तरीके अपनाए जा सकते हैं। ये सुझाव कानूनी, तकनीकी और सामाजिक स्तर पर कारगर हो सकते हैं:
1. YouTube और OTT प्लेटफॉर्म्स पर रोक
भारतीय यूजर्स को सलाह दें:
पाकिस्तानी कंटेंट (ड्रामे, म्यूज़िक, इस्लामिक प्रवचन) को “Not Interested” या “Don’t Recommend Channel” मार्क करें।
सरकारी कार्रवाई:
TRAI और IT मिनिस्ट्री को पाकिस्तानी YouTube चैनल्स की Ad Revenue ब्लॉक करने के लिए गाइडलाइन्स जारी करनी चाहिए।
OTT प्लेटफॉर्म्स (Netflix, ZEE5) को पाकिस्तानी ड्रामे/फिल्मों की लाइसेंसिंग रोकने के लिए दबाव बनाएं।
2. म्यूज़िक और रॉयल्टी पर प्रतिबंध
Spotify, JioSaavn, Gaana जैसे प्लेटफॉर्म्स से पाकिस्तानी आर्टिस्ट्स (Atif Aslam, Rahat Fateh Ali Khan) के गाने हटवाने की मांग करें।
3. फ्रीलांसिंग और ई-कॉमर्स पर नियंत्रण
4. Freelancing (फ्रीलांसिंग) – अनुमान: 50-100 करोड़ रुपये+
पाकिस्तानी IT Freelancers (वेब डेवलपमेंट, ग्राफिक डिज़ाइन) भारतीय क्लाइंट्स से कमाते हैं।
प्लेटफॉर्म: Upwork, Fiverr, Freelancer.com.
कमाई:
टॉप 10% फ्रीलांसर्स ~10-20 लाख रुपये/महीना (भारतीय/अंतरराष्ट्रीय क्लाइंट्स से)।
औसत फ्रीलांसर ~50,000-2 लाख रुपये/महीना।
5. E-commerce (Amazon, Etsy) – अनुमान: 5-10 करोड़ रुपये
पाकिस्तानी हैंडीक्राफ्ट, कपड़े (खासकर सूफी आर्ट), या फ़ूड आइटम्स ऑनलाइन बेचे जाते हैं।
6. Social Media (Instagram, TikTok) – अनुमान: 2-5 करोड़ रुपये
पाकिस्तानी इन्फ्लुएंसर्स (Beauty, Comedy) भारतीय ब्रांड्स से स्पॉन्सरशिप लेते हैं।
उदाहरण:
Instagram Reels/YouTube Shorts – ~50,000-5 लाख/पोस्ट।
7. Illegal Activities (अवैध तरीके) – अनुमान: 50-200 करोड़+ (काले धन सहित)
फ्रॉड कॉल्स (IRS Scam, Tech Support Scam)।
डार्क वेब/क्रिप्टो स्कैम (भारतीयों को टार्गेट करके)।
कुल अनुमान: ~150-500 करोड़ रुपये सालाना
(ये आंकड़े इंडायरेक्ट सोर्सेज, रिपोर्ट्स और ट्रेंड्स पर आधारित हैं। असल कमाई इससे ज़्यादा या कम भी हो सकती है।)
भारत से पाकिस्तानी क्रिएटर्स, बिजनेसेज़ और फ्रॉडर्स की कमाई को रोकने या कम करने के लिए निम्न तरीके अपनाए जा सकते हैं। ये सुझाव कानूनी, तकनीकी और सामाजिक स्तर पर कारगर हो सकते हैं:
1. YouTube और OTT प्लेटफॉर्म्स पर रोक
भारतीय यूजर्स को सलाह दें:
पाकिस्तानी कंटेंट (ड्रामे, म्यूज़िक, इस्लामिक प्रवचन) को “Not Interested” या “Don’t Recommend Channel” मार्क करें।
सरकारी कार्रवाई:
TRAI और IT मिनिस्ट्री को पाकिस्तानी YouTube चैनल्स की Ad Revenue ब्लॉक करने के लिए गाइडलाइन्स जारी करनी चाहिए।
OTT प्लेटफॉर्म्स (Netflix, ZEE5) को पाकिस्तानी ड्रामे/फिल्मों की लाइसेंसिंग रोकने के लिए दबाव बनाएं।
2. म्यूज़िक और रॉयल्टी पर प्रतिबंध
Spotify, JioSaavn, Gaana जैसे प्लेटफॉर्म्स से पाकिस्तानी आर्टिस्ट्स (Atif Aslam, Rahat Fateh Ali Khan) के गाने हटवाने की मांग करें।
3. फ्रीलांसिंग और ई-कॉमर्स पर नियंत्रण
भारतीय कंपनियों/फ्रीलांसर्स को सचेत करें:
Upwork, Fiverr पर पाकिस्तानी फ्रीलांसर्स को हायर करने से बचें (IP और प्रोफाइल चेक करके)।
“Make in India” विकल्पों को प्राथमिकता दें (जैसे भारतीय डेवलपर्स, डिज़ाइनर्स)।
ई-कॉमर्स (Amazon, Etsy):
पाकिस्तानी प्रोडक्ट्स (हैंडीक्राफ्ट, कपड़े) को Report करें (क्योंकि भारत-पाकिस्तान ट्रेड प्रतिबंधित है)।
4. सोशल मीडिया स्पॉन्सरशिप रोकें
ब्रांड्स/एजेंसियों को जागरूक करें:पाकिस्तानी इन्फ्लुएंसर्स (Instagram, Fb, X) को स्पॉन्सर न करें।
5. फ्रॉड और स्कैम्स से बचाव
अवैध गतिविधियों को रिपोर्ट करें:
Cyber Crime Portal (cybercrime.gov.in) पर फ्रॉड कॉल्स, टेक सपोर्ट स्कैम की शिकायत दर्ज करें।
पाकिस्तानी फेक आईडी (जैसे “IRS Officer”, “Bank Fraud”) को WhatsApp/Email से ब्लॉक करें।
जागरूकता फैलाएं:
घर-परिवार को “पाकिस्तान से कॉल/मैसेज पर भरोसा न करने” की सलाह दें।
6. सरकारी स्तर पर कार्रवाई
पाकिस्तानी डिजिटल पेमेंट्स ब्लॉक करें:
RBI और PayPal को पाकिस्तानी अकाउंट्स से भारतीयों को ट्रांजैक्शन रोकने के निर्देश दें।
कानूनी प्रतिबंध:
2019 में Article 370 हटाने के बाद पाकिस्तानी कंटेंट पर पहले से प्रतिबंध हैं, लेकिन सख्त इंफोर्समेंट जरूरी है।
7. जनता की भूमिका
#BoycottPakContent ट्रेंड करें:
सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी कंटेंट के खिलाफ अभियान चलाएं।
देशभक्ति को बढ़ावा दें:
“वोकल फॉर लोकल” – भारतीय उत्पादों, कल्चर और क्रिएटर्स को सपोर्ट करें।
निष्कर्ष:
अगर भारतीय यूजर्स, सरकार और बिजनेसेस मिलकर ये कदम उठाएं, तो पाकिस्तानी क्रिएटर्स/फ्रॉडर्स की भारत से होने वाली कमाई 90% तक कम हो सकती है। “डिजिटल स्वदेशी” अभियान ही सबसे बड़ा हथियार है!